6 तरह के होते है Saving Accounts in SBI in Hindi

 

Savings Bank Account - आजकल के समय में अधिकांश लोगों के पास अपना खुद का बैंक खाता ( Bank Account ) जरूर होता है। जिसकी मदद से वे बैंक से सम्बंधित अपने सभी काम आसानी से कर पाते है। अधिकतर लोगों के पास सामान्य बचत खाता ( Basic Saving Account ) ही होता है। अगर आपको भी सेविंग्स अकाउंट्स के बारे में जानना है तो आप बिल्कुल सही पोस्ट पढ़ रहे है, क्योंकि आज की इस पोस्ट में हम आपको बतायेंगे कि सेविंग्स एकाउंट्स कितने प्रकार के होते है? ( Types of Savings accounts ) , सेविंग एकाउंट खुलवाने के क्या - क्या फायदे है? ( benefits of saving accounts ) आदि।


सेविंग एकाउंट ( बचत खाता ) क्या होता है? ( What is Savings Accounts )

सेविंग एकाउंट एक प्रकार का बैंक खाता होता है जो व्यक्ति या संगठन द्वारा बैंक में जमा किए गए धनराशि को सुरक्षित रखने के लिए खोला जाता है। इस खाते में ब्याज कम होता है लेकिन इसकी गारंटी होती है कि जमा की गई राशि कभी भी नुकसान नहीं होगा।


सेविंग एकाउंट वास्तव में एक बचत खाता होता है जो बैंक द्वारा प्रबंधित होता है और इसमें नियमित रूप से धनराशि जमा की जाती है। इसे लोग अपनी बचत करने के लिए, आय के अंश को जमा करने के लिए, आवास योजनाओं या शिक्षा योजनाओं के लिए पैसे जमा करने के लिए उपयोग करते हैं। इसके अलावा, इस खाते से नकद निकासी भी की जा सकती है।


सेविंग एकाउंट आमतौर पर ओपन करने के लिए आवेदक को एक मिनिमम जमा राशि जमा करनी होती है। बैंक उस राशि पर ब्याज देता है जो नियमित अंतराल पर प्रदान किया जाता है। सेविंग एकाउंट धनराशि को सुरक्षित रखने के साथ-साथ आमतौर पर ब्याज कम होता है जो अन्य बैंक खातों की तुलना में अधिक होता है।



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सेविंग्स एकाउंट कितने प्रकार के होते है? ( Types of savings accounts )

सेविंग्स एकाउंट्स यानी बचत खाते मुख्य तौर पर 6 प्रकार के होते है।( 6 types of savings accounts ) ये सेविंग्स एकाउंट जरूरत के हिसाब से अलग - अलग प्रकार के होते है यानी कामकाजी लोगों के लिए अलग, महिलाओं के लिए अलग, बच्चों के लिए अलग, बुजुर्गों के लिए अलग ।


Saving account types in India




सेविंग एकाउंट्स के प्रकार ( 6 Types of savings accounts in Sbi )


1. रेगुलर सेविंग्स एकाउंट ( Regular Savings Accounts )

यह एकाउंट उन लोगों द्वारा खुलवाया जाता है जो कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के होते है और जिनको अपने जमा रुपये पर ब्याज लेना होता है। इस एकाउंट को बैंक द्वारा निर्धारित न्यूनतम राशि जमा करके खुलवाया जा सकता है, जो कि अलग - अलग बैंको द्वारा अलग - अलग होती है। लेकिन इस तरह के एकाउंट में न्यूनतम बैलेंस रखने की आवश्यकता होती है।


2. सैलरी सेविंग्स एकाउंट ( Salary Savings Accounts )

यह एकाउंट उन लोगों द्वारा खुलवाया जाता है जो कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के होते है और जो कि किसी भी सरकारी विभाग या भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त निजी कंपनियों के कर्मचारी होते है। इस तरह के खातों में जब भी सैलरी देने का वक्त आता है तब बैंक, कंपनियों के खाते से पैसा निकालकर कर्मचारियों के खाते में डाल देता है। इस तरह के खातों में किसी भी प्रकार के न्यूनतम बैलेंस रखने की अनिवार्यता नहीं रहती है। इस तरह के खातों में अगर 3 महीनों तक सैलरी नहीं आती है तो ये रेगुलर सेविंग्स एकाउंट में बदल जाता है।


3. सीनियर सिटीजन्स सेविंग्स एकाउंट ( Senior Citizens Savings Account )

यह एकाउंट रेगुलर सेविंग्स एकाउंट की तरह ही होता है। लेकिन रेगुलर सेविंग्स एकाउंट की तुलना में सीनियर सिटीजन्स सेविंग्स एकाउंट में ज्यादा ब्याज मिलता है। इसलिए सीनियर सिटीजन्स को यही एकाउंट खुलवाना चाहिए ताकि उन्हें अधिक ब्याज मिल सके। साथ ही यह एकाउंट सीनियर सिटीजन्स की सेविंग स्कीम्स से लिंक रहता है जिससे कि पेंशन या रिटायरमेंट फण्ड से पैसे निकालकर जरूरते पूरी की जा सकती है।



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4. माइनर्स सेविंग्स एकाउंट ( Minors Savings Account )

यह खाता बच्चों द्वारा खुलवाया जाता है क्योंकि यह खाता 18 वर्ष से कम उम्र में भी खुलवाया जा सकता है। इसीलिए इस तरह के एकाउंट को अधिकतर बच्चे ही खुलवाते है। यह खाता माता - पिता के आधार पर बच्चों के लिए खोला जाता है। इसे Tiny account भी कहते है। जब बच्चा 10 वर्ष का हो जाता है तब वह अपना खाता खुद ऑपरेट कर सकता है। तथा बच्चे की उम्र 18 वर्ष होने पर यह खाता रेगुलर सेविंग्स एकाउंट में बदल दिया जाता है। इस तरह के खातों में मिनिमम बैलेंस रखने की कोई जरूरत नहीं होती है।


5. जीरो बैलेंस सेविंग्स एकाउंट ( Zero Balance Savings Account )

यह एकाउंट जीरो बैलेंस में भी खुलवाया जा सकता है, इसमें जमा राशि पर ब्याज भी मिलता है। चूंकि यह खाता जीरो बैलेंस में खुलवाया जा सकता है इसलिए इसमें न्यूनतम बैलेंस रखने की कोई जरूरत नहीं होती है। लेकिन इसमें पैसे निकासी यानी पैसे निकलवाने की लिमिट बहुत कम होती है। और इस लिमिट को क्रॉस करने पर बैंक आपसे चार्ज वसूलता है। इसलिए यह खाता उनके लिए ठीक है जो कि बैंक से बहुत ही कम लेनदेन करते है।


6. महिला सेविंग्स एकाउंट ( Womens Savings Account )

यह एकाउंट्स खास तौर पर महिलाओं के लिए होते है। वैसे तो यह रेगुलर सेविंग्स एकाउंट की तरह ही होता है। लेकिन इनमें महिलाओं को विशेष फ़ीचर दिए जाते है - जैसे कि महिलाओं को कम ब्याज पर लोन देना, कुछ खरीदारियों के लिए डिस्काउंट ऑफर आदि। इस तरह के खातों में महिलाओं के लिए चलित योजनाओं का लाभ भी दिया जाता है।



क्या सेविंग एकाउंट में नकद निकासी की सीमा होती है?

हाँ, सेविंग एकाउंट में नकद निकासी की सीमा होती है। हर बैंक की इस सीमा में थोड़ी अंतर हो सकता है, लेकिन आमतौर पर सेविंग एकाउंट से एक बार में नकद निकासी की सीमा राशि २०,००० रुपये तक होती है।


इसके अलावा, नकद निकासी की सीमा बैंक द्वारा नियमित रूप से बदली जाती है। इसलिए, सेविंग एकाउंट से नकद निकासी करने से पहले बैंक की वेबसाइट या कस्टमर केयर के माध्यम से सीमा के बारे में जानकारी लेना चाहिए।


यह ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है कि सेविंग एकाउंट एक बचत खाता होता है जो धनराशि को सुरक्षित रखने के लिए खोला जाता है। इसे नकद निकासी के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। नकद निकासी करने के लिए आपको बैंक द्वारा जारी किए गए चेक, डेबिट कार्ड, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन और अन्य विकल्पों का उपयोग करना चाहिए।



क्या नकद निकासी के लिए बैंक द्वारा कोई शुल्क लिया जाता है?

हाँ, नकद निकासी के लिए बैंक द्वारा कुछ शुल्क लिया जाता है। इसकी राशि बैंक से बैंक भिन्न हो सकती है लेकिन आमतौर पर नकद निकासी के लिए शुल्क कम होता है जब आप अपने बैंक खाते से नकद निकासी करते हैं।


इसके अलावा, नकद निकासी के लिए बैंक द्वारा लिए जाने वाले शुल्क की राशि नियमित रूप से बदलती रहती है। सेविंग एकाउंट से नकद निकासी करने से पहले बैंक की वेबसाइट या कस्टमर केयर के माध्यम से शुल्क के बारे में जानकारी लेना चाहिए।


यदि आप अपने बैंक खाते से बार-बार नकद निकासी करते हैं, तो इससे आपके खाते से शुल्क कटौती हो सकती है। इसलिए, नकद निकासी करने से पहले आपको इस बारे में अवगत होना चाहिए और आपको नकद निकासी की सीमा से ऊपर की नकद निकासी करने से बचना चाहिए।




सेविंग एकाउंट के लिए आवेदन कैसे करें?

सेविंग एकाउंट खोलने के लिए आप निम्नलिखित कदमों का पालन कर सकते हैं:


1. एक अच्छी बैंक चुनें: आपको उस बैंक का चयन करना चाहिए जो आपकी जरूरतों को सबसे अच्छी तरह से पूरा करता है। आपको बैंक के नियम, ब्याज दरें और शुल्क के बारे में जानकारी भी प्राप्त करनी चाहिए।


2. आवेदन फॉर्म भरें: बैंक के वेबसाइट पर जाकर आप एक सेविंग एकाउंट खोलने के लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भर सकते हैं। आप बैंक के शाखा में भी जाकर आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।


3. दस्तावेजों की जरूरत: आपको अपने पासपोर्ट, पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि जैसे दस्तावेजों की जरूरत हो सकती है।


4. बैंक खाते में मिनिमम जमा राशि जमा करें: सेविंग एकाउंट खोलने के लिए आपको बैंक खाते में मिनिमम जमा राशि जमा करनी होगी। इस राशि की राशि बैंक से बैंक भिन्न हो सकती है।


5. खाते का चयन करें: आपको सेविंग एकाउंट के लिए चुनाव करना होगा। आपको बैंक की वेबसाइट या कस्टमर केयर के माध्यम से भी विस्तृत जानकारी मिल सकती है।


6. बैंक खाते का संचालन करें: सेविंग एकाउंट खोलने के बाद, आप अपने बैंक खाते का संचालन कर सकते हैं। आप इस खाते में धनराशि जमा कर सकते हैं और नकद निकासी भी कर सकते हैं। इसके अलावा, आप अपने बैंक खाते के बारे में नियमित अपडेट प्राप्त कर सकते हैं।


सेविंग एकाउंट खोलते समय, आपको बैंक के नियम और शर्तों का पालन करना चाहिए। इसके अलावा, आपको बैंक की वेबसाइट या कस्टमर केयर से संबंधित सभी सूचनाएं प्राप्त करनी चाहिए।



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उम्मीद है आपको अच्छे से समझ आ गया होगा कि सेविंग्स एकाउंट क्या होता है? ( What is savings account ), सेविंग्स एकाउंट कितने प्रकार के होते है? ( Types of savings accounts )

तो उम्मीद है आपको ये पोस्ट अच्छी लगी होगी, अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगी या आपका कोई सवाल, सुझाव है तो नीचे कमेंट करके जरूर बताये। धन्यवाद.....



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