Types Of Bank Accounts in Hindi



आजकल के समय में हम सभी लोगों के पास अपना बैंक खाता जरूर होता है, जबकि कुछ निम्न वर्ग के लोगों के पास उनका बैंक खाता नहीं हुआ करता था, लेकिन जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जन धन योजना की शुरूआत की गई है तब से निम्न वर्ग के लोगों को भी बैंक खाता उपलब्ध होने लग गया है। अधिकतर लोगों के पास जो बैंक खाता होता है वह सामान्य बचत खाता होता है जिसे हम बेसिक सेविंग एकाउंट भी कहते है। लेकिन ऐसे में अगर आपके पास भी बैंक खाता है तो आपको कभी ना कभी ये विचार जरूर आया होगा कि आखिर बैंक में कितने प्रकार के खाते होते है, अर्थात जब भी कोई व्यक्ति बैंक में अपना नया खाता खुलवाने जाता है तो उसके पास कितने तरह के बैंक खाते खुलवाने के ऑप्शन होते है। सामान्य शब्दों में कहे तो आज की इस पोस्ट में हम ये जानने वाले है कि बैंक खाते कितने प्रकार के होते है ( Types of bank account ) और इनमें क्या अंतर होते है? ( Difference between Many Bank accounts ) अगर आप भी यह जानना चाहते है तो इस पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढ़ें।



Types Of Bank Accounts In Hindi ( बैंक खाते कितने प्रकार के होते है? )


Types of Bank account in India in hindi




1. बचत खाता ( Saving Account )

बचत खाता यानी कि सेविंग एकाउंट एक ऐसा सामान्य बैंक खाता होता है जिसे कोई भी व्यक्ति कभी भी किसी भी बैंक में जाकर खुलवा सकता है। यदि कोई व्यक्ति जिसकी उम्र 18 वर्ष से ज्यादा होती है तो उसको ये खाता खुलवाने के लिए पैन कार्ड और आधार कार्ड अनिवार्य होता है, लेकिन यदि कोई व्यक्ति जिसकी उम्र 18 वर्ष से कम होती है तो ऐसी स्थिति में उसे आधार कार्ड को अनिवार्य रूप से आवश्यक होता है, लेकिन उसके लिए पैन कार्ड होना आवश्यक नहीं होता है। जिसकी वजह से छोटे बच्चों का भी उसके माता - पिता के आधार पर यह खाता खुलवाया जा सकता है।


बचत खाता खुलवाने का सबसे बड़ा फ़ायदा यह होता है कि इसमें आपको जमा राशि पर बैंक द्वारा निर्धारित दर के अनुसार ब्याज भी मिलता है। आप यह बैंक खाता, बैंक द्वारा निर्धारित न्यूनतम राशि को जमा करवाकर खुलवा सकते है। जबकि कुछ योजनाओं के अंतर्गत आप इसे शून्य यानी जीरो रुपये में भी खुलवा सकते है।


बचत खाते यानी सेविंग एकाउंट में आप कभी भी पैसे जमा करवा सकते है यानी कि इसमें पैसे जमा कराने की कोई लिमिट/सीमा निर्धारित नहीं की गई है। लेकिन पैसे निकलवाने के लिए इसमें लिमिट/सीमा निर्धारित की गई है। जैसे कि आप अपने खाते से एक दिन में 5 से ज्यादा transaction नहीं कर सकते है। और आप 6 महीने में 30 से ज्यादा बार एटीएम द्वारा पैसे नहीं निकलवा सकते है। और अगर आप बैंक की इस लिमिट को पार ( क्रॉस ) करते है तो आपको इसके लिए बैंक को एक निश्चित राशि चार्ज के रूप में देनी पड़ती है।


बचत खाते के अंतर्गत आपको कुछ अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती है, जैसे कि बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड,चेक बुक, इंटरनेट बैंकिंग, UPI, sms अलर्ट आदि। जिसके लिए बैंक आपसे चार्ज वसूल करता है।


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2. चालू खाता ( Current Account )

चालू खाता, जिसे हम करंट एकाउंट के नाम से भी जानते है। सामान्य तौर पर चालू खाता किसी कंपनी, संस्था, फर्म या उद्यमीयों द्वारा खुलवाया जाता है। चालू खाते वे खाते होते है जिनमें पैसो का लेनदेन बहुत ज्यादा होता है यानी कि एक ही दिन में लाखों, करोड़ो रूपये खाते में जमा होते है और निकलवा भी लिए जाते है। 


चालू खाते में पैसे जमा कराने और निकलवाने की कोई लिमिट/सीमा नहीं होती है। साथ ही चालू खाते में जमा राशि पर किसी भी तरह का कोई ब्याज नहीं मिलता है। लेकिन बैंक द्वारा चालू खाताधारकों को उपलब्ध इस असीमित लेनदेन की सुविधा के कारण बैंक इनसे सर्विस चार्ज वसूलता है।



3. आवर्ती जमा खाता ( Recurring Deposit Account )

आवर्ती जमा खाता, जिसे Recurring Deposit Account या RD Account भी कहते है। यह आवर्ती जमा खाता उन लोगों द्वारा खुलवाया जाता है, जो एक निश्चित राशि क्रमानुसार जमा करवाकर निश्चित समय बाद अपने पैसे को एकत्रित और ब्याज के साथ पाना चाहते है। यानी कि RD एकाउंट में एक निश्चित राशि प्रति मासिक या प्रति त्रिमासिक या प्रति अर्द्धवार्षिक समय से अपने खाते में जमा करवाई जाती है और एक निश्चित समय के बाद उसे सम्पूर्ण जमा राशि ब्याज सहित मिल जाती है। RD एकाउंट में पैसे जमा कराने की कुल अवधि न्यूनतम एक वर्ष और अधिकतम दस वर्ष तक होती है। यानी कि एक बार आप इसमें पैसे जमा कराने लग जाते है तो आपको यह प्रक्रिया कम से कम एक साल के लिए और अधिकतम दस साल के लिए निरन्तर रखनी पड़ती है। और  आप इस प्रक्रिया को बीच में नहीं रोक सकते है। अगर आप तय समय से पहले अपने पैसे लेना चाहते है तो आपसे इसके लिए चार्ज वसूला जाता है और आपका एकाउंट बन्द कर दिया जाता है।



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4. सावधि जमा खाता ( Fixed Deposit Account )

सावधि जमा खाता को Fixed Deposit Account या FD एकाउंट भी कहते है। सावधि जमा खाता के अंतर्गत एक निश्चित राशि को एक ही बार में, निश्चित समय के लिए जमा करा दिया जाता है। और निश्चित समय के बाद जमा राशि ब्याज सहित वापस मिल जाती है।  FD एकाउंट में अपेक्षाकृत अधिक ब्याज मिलता है। RD एकाउंट की तरह इसमें भी तय समय से पहले जमा राशि को नहीं निकाल सकते है, और अगर आप जमा राशि तय समय से पहले निकलवाते है तो आपको इसके लिए पेनल्टी लगती है, जो कि सभी बैंकों द्वारा अलग - अलग होती है और साथ ही आपका खाता भी बंद कर दिया जाता है। FD एकाउंट में पैसे जमा कराने की कुल अवधि न्यूनतम 7 दिन और अधिकतम 10 वर्ष होती है।




आधार लिंक किए गए खातों के फायदे क्या होते हैं?

आधार लिंक किए गए खातों के कई फायदे होते हैं। कुछ महत्वपूर्ण फायदों की एक सूची निम्नलिखित है:

1. सुरक्षा: आधार लिंक करने से आपके खाते में सुरक्षा बढ़ती है। लिंक करने से आपके पैसे को चोरी या गलत उपयोग से बचाया जा सकता है।

2. सुविधा: आधार लिंक करने से आपको बैंक से जुड़े कई सुविधाएं मिलती हैं। इससे आप अपने खाते से आसानी से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं और अपनी खाती का स्टेटस चेक कर सकते हैं।

3. सटीकता: आधार लिंक करने से आपके बैंक खाते के डेटा में सटीकता बढ़ती है। ऐसा करने से आपके बैंक खाते का वेरिफिकेशन आसान होता है और आपके लेन-देन को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है।

4. सबसिडी: आधार लिंक करने से आपको सरकारी सब्सिडी जैसे विभिन्न लाभ मिलते हैं। जैसे लीप गैस सब्सिडी, पेंशन सब्सिडी आदि।

5. नेट बैंकिंग: आधार लिंक करने से आप नेट बैंकिंग की सुविधा का भी लाभ उठा सकते हैं। इससे आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से बैंकिंग से जुड़े कई कामों को आसानी से कर सकते हैं।

इस तरह, आधार लिंक करने से बैंक खाते के उपयोग में आसानी बढ़ती है और आप अपने खाते को सुरक्षित रख सकते हैं।





क्या आधार लिंक करने से खाते की लेनदेन की सीमा में कोई बदलाव होता है?

नहीं, आधार लिंक करने से खाते की लेनदेन की सीमा में कोई बदलाव नहीं होता है। बैंकों द्वारा निर्धारित लेनदेन की सीमा वही रहती है जैसी पहले थी।

लेकिन, आपके खाते को आधार से लिंक करने से आपको अन्य फायदे मिलते हैं, जैसे कि आप अपने खाते का स्टेटस चेक कर सकते हैं और अपनी लेनदेन का ट्रैकिंग कर सकते हैं। इसके अलावा, आप नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग की सुविधा का भी लाभ उठा सकते हैं, जो आपको अपने खाते के साथ जुड़े कई कामों को आसान बनाता है।






उम्मीद है आपको अच्छे से समझ आ गया होगा कि बैंक एकाउंट कितने प्रकार के होते है ( Types of bank accounts ) और इनमें क्या - क्या अंतर है? ( difference between many bank accounts )

उम्मीद है आपको ये पोस्ट अच्छी लगी होगी, अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगी या आपका कोई सवाल या सुझाव है तो नीचे कमेंट करके जरूर बताये। धन्यवाद...



 


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